
खैरागढ़ का मोर्चा…छिड़ेगा ‘स्टार’ वॉर! इस चुनाव को 2023 का सेमीफाइनल मान रही है BJP?
रायपुर:खैरागढ़ उपचुनाव, छोटा चुनाव जरूर है लेकिन दांव बड़े चले जा रहे हैं। जीत से कम किसी को मंजूर नहीं। कांग्रेस और बीजेपी ने चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी दिग्गजों के कंधों पर डाल दी है। कांग्रेस ने जहां स्थानीय नेताओं पर भरोसा जताया है तो दूसरी ओर बीजेपी की सूची में एमपी के 3 बड़े नेता के नाम भी शामिल है, जिसके बहाने अब कांग्रेस ने कटाक्ष कर रही है कि पुरंदेश्वरी के बाद केंद्रीय नेतृत्व ने भी बीजेपी की स्थानीय नेतृत्व को नकार दिया है। जवाब में बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस डरी हुई है। खैरागढ़ उपचुनाव को आखिर इतनी अहमियत क्यों दी जा रही है? क्या बीजेपी इस चुनाव को 2023 का सेमीफाइनल मान रही है? क्या इसके नतीजों से दोनों दलों नेताओं के कद का आकलन होगा?
मध्यप्रदेश से ताल्लुक रखने वाले इन सभी दिग्गज नेताओं को छत्तीसगढ़ में अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। 12 अप्रैल को खैरागढ़ में होने वाले उपचुनाव के लिए बीजेपी ने शुक्रवार को अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की, जिसमें एमपी के 3 बड़े नेताओं का नाम भी शामिल है। इसके अलावा पूर्व सीएम रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक समेत कई पूर्व मंत्री भी बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार की कमान संभालेंगे। बीजेपी के स्टार प्रचारकों में बाहरी नेताओँ के नाम को लेकर कांग्रेस ने तंज कसने में देर नहीं लगाई। सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि बीजेपी हाईकमान को छत्तीसगढ़ के नेताओँ पर विश्वास नहीं है। इसलिए चुनाव प्रचार के लिए दूसरे राज्यों से नेताओं को बुलाया जा रहा है। खैरागढ़ में बाहरी नेताओं के स्टार प्रचारक बनाने को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा, तो जवाबी पलटवार में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा खैरागढ़ में बीजेपी के पक्ष में माहौल है। इसलिए कांग्रेस में घबराहट दिख रही है।
दूसरी ओर 2018 के बाद अब तक हुए तीनों उपचुनाव में जीत दर्ज करने वाली सत्तारूढ़ कांग्रेस ने खैरागढ़ में अपने स्थानीय नेताओं को ही चुनाव प्रचार की कमान सौंपी है। कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बनाने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत सभी मंत्री और संगठन के वरिष्ठ नेता ही संभालेंगे। कुल मिलाकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही खैरागढ़ का दंगल हर हाल में जीतना चाहते हैं। इसलिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट में दोनों तरफ से दिग्गज नेताओँ की लंबी सूची है, जो पार्टी के लिए पसीना बहाएंगे।